दहलीजें

Picture By Arushi Rawat
बड़े मायने है इन दहलीजों के ,
कभी कभी लाँघनी भी पड़ती है !
कभी रहना पड़ता है अपनी हदों में ,
लेकिन अवसर बहुत है उस पार !
कभी लक्ष्मण रेखा सी रोकती ये दहलीजें ,
ठहरे रहना भी कैसी ज़िंदगी ,
कभी तो बढ़ानी होगी क़दमों की रफ़्तार,
कभी तो तोड़ोगे ये रक्षा-कवच !
जंग लड़ो ,बेशक ख़ुद से ही क्यू्ँ ना हो ,
कुछ तो तय करो , मत सुनो दहलीजों की ,
आज कोई छोटी दहलीज़ लँघोगे ,
तो कल शायद नसीब हो कोई बड़ा मुक़ाम !
कभी तो तोड़ना पड़ेगा सबका भ्रम ,
मत सुनो किसी बाधा की !
बड़े मायने है इन दहलीजों के ,
पर मौक़े बेहद है उस पार !